लू के थपेडे नै मार दिया सूं मैं
रोज रोज या गर्मी मन्नै काल करै सै
ब्होत घणा ए तंग कर लिया सूं इसनै
पूरा रोज आला या मेरा रूमाल करै सै
माच्छर माख्खी घणी ए होगी सारे ए भाईयो
या बिजली भी इब बुरा हाल करै सै
हरियाणा का फक्कड आदमी संू भाईयो
जी मेरा बाहर लिकडन तै के टाल करै सै
नू डरके तो कदे नी जिये हाम हरियाणा आले
यो उपर आला भी म्हारी संभाल करै सै
गोरा चिटा मुंह भी आज हाफण लागरा सै
गर्मी म्हं टमाटर बरगा लाल करै सै
प्रेम गिजरोईया नै टयूबवैल चला लिया सै भाईयो
मालिश तू भी चाली घणी कमाल करैं सै
रोज रोज या गर्मी मन्नै काल करै सै
ब्होत घणा ए तंग कर लिया सूं इसनै
पूरा रोज आला या मेरा रूमाल करै सै
माच्छर माख्खी घणी ए होगी सारे ए भाईयो
या बिजली भी इब बुरा हाल करै सै
हरियाणा का फक्कड आदमी संू भाईयो
जी मेरा बाहर लिकडन तै के टाल करै सै
नू डरके तो कदे नी जिये हाम हरियाणा आले
यो उपर आला भी म्हारी संभाल करै सै
गोरा चिटा मुंह भी आज हाफण लागरा सै
गर्मी म्हं टमाटर बरगा लाल करै सै
प्रेम गिजरोईया नै टयूबवैल चला लिया सै भाईयो
मालिश तू भी चाली घणी कमाल करैं सै